Hindi

जीवन

गम के रेगिस्तान मेंखुशनुमां हरियाली लाना हैहर इक खेत को यहांखुशियों कि सिचाईं पाना है ।रंगमंच कि कठपुतलियों कोअहंकार का भाव न होवाणी का हो योग्य प्रयोजनअंतःकरण में घाव न हो ।अद्भुत अद्मम्य अचल साहस कीलिखता तू जा परिभाषा..मन है…

बैठा हूँ,

अस्तित्व बचाए बैठा हूँ,बिसात छिपाए बैठा हूँ।टूटा हुआ एक सितारा हूँ मैं,तारों के आंधी में,वजूद का चराग़ जलाएं बैठा हूँ । सौप देना हैं खुदको ,किसी के दस्ते-तलब में।वक्त की धाराओं मेंबहते बहते कहीं;वस्ल-मिलन ना हो जाएं,इसलिए भूत और वर्तमान…